प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2023 Pradhan Mantri Kusum yojana 2023: – Pradhan Mantri Kusum Yojana 2022 क्या है?क्या योजना के तहत 60% से अधिक की सब्सिडी मिल सकती है?यह योजना किसान को कैसे लाभ पहुचायेगी?योजना का लाभ उठाने के लिए क्या करना होगा? योजना के तहत सरकार कितनी प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है?
दोस्तों आपको पता ही होगा कि भारत में 4 प्रकार की ऋतुयें पाई जाती हैं, कभी कई जगहों पर बारिश होती है, कभी बारिश नहीं होती है, कभी सूखा हो जाता है, कभी ज्यादा बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति हो जाती है।
ऐसे में किसानों द्वारा उगाई गई फसलों को समय पर पानी नहीं मिल पाता या बाढ़ के समय पानी ज्यादा होने से उनकी फसल खराब हो जाती है।बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है, इससे बचना बहुत कठिन काम है,सूखा भी एक प्राकृतिक आपदा है, लेकिन कुछ संसाधनों का उपयोग करके मनुष्य द्वारा इसको कुछ हद तक बचाया जा सकता है।इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा इस योजना के बारे में लाल किले से ही योजना की घोषणा की गई थी। इसके बाद भारत सरकार द्वारा 2018-19 के बजट में किसान ऊर्जा सुरक्षा योजना अभियान योजना (कुसुम) की घोषणा की गई।
योजना में यह प्रावधान किया गया है कि बिजली अथवा डीजल से चलने वाले सभी जल पंप को सोलर वाटर जल पंप में बदला जाएगा जिससे किसानों समय पर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। यह सोलर पैनल उनके खेतों में अथवा उनके घर के छत के ऊपर लगाए जाएंगे, जिससे किसान सोलर से उत्पन्न होने वाली बिजली का इस्तेमाल अपने खेत के जल की सिंचाई के साथ-साथ अपने घरों में दैनिक कार्यों को करने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
योजना के शुरुआती दौर में यह लक्ष्य रखा गया था कि दो 27.5 लाख सोलर जल पंप वितरित किए जाएंगे तथा 17.5 लाख किसानो की पहचान की जाएगी जिनके गांव तक अभी बिजली नहीं पहुंचाई जा सकी है इससे आर्थिक रूप से कमजोर किसान को भी लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
आइए दोस्तों यह समझते हैं कि ‘KUSUM’ का अर्थ क्या होता है?
K-Kisan
U-Urja
S-Suraksha
U-Utthan
M-Mahabhiyan
Table of Contents
Pradhan Mantri Kusum yojana Overview-2022
Name of scheme | Pradhan Mantri Kusum yojana |
Official website | www.mnre.gov.in |
Launched by | PM Narendra Modi |
Launched Date | 19-02-2019 |
Helpline no. |
1800-180-3333 |
Type Of Article | New Update-2023 |
headquarter | Lodhi Road new दिल्ली 110003 |
Ministry | Ministry of New and Renewable Energy (MNRE) |
KUSUM Full Form | Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyan (KUSUM) scheme. |
प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य-
- कुसुम योजना का उद्देश्य सौर जल पंपों के माध्यम से किसानों को जल सुरक्षा प्रदान करना है।
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत भविष्य में किसानों की आय को बढ़ाना है।
- राज्यों के सिंचाई विभागों को सिंचाई की पूरी क्षमता के उपयोग के लिए विश्वसनीय रूप से उर्जा प्रदान करना है।
कुसुम योजना के कौन-कौन से घटक है?
- योजना के तहत 10000 मेगा वाट की सोलर प्लांट किसानों की भूमि पर लगाए जाएंगे।
- सरकार सोलर प्लांट से उत्पन्न होने वाले अतिरिक्त बिजली की खरीद के लिए राज्य बिजली वितरण कंपनी (DISCOMs) को प्रोत्साहित करेगी।
- भारत सरकार मौजूदा 7250 मेगा वाट वाले कृषि पंप तथा 8250 मेगा वाट वाले सरकारी नलकूपों को सौर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था करने का लक्ष्य रखा है?
- कुसुम योजना के पहले चरण में सरकार ने 17.5 लाख सोलर पंप का वितरण करने का लक्ष्य है।
अगर सोलर पैनल लगाने के बाद सूरज की रोशनी न हो तो क्या इस सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा सकता है?
हां, सौर पैनल सूर्य के प्रकाश पर निर्भर नहीं है, यह सूरज से आने वाले विकिरण से ऊर्जा प्राप्त करता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सूरज की रोशनी कम या ज्यादा है,अगर विकिरण आ रहा है तो यह बिजली पैदा करेगा।
एक बार सोलर पैनल लग जाने के बाद या कितने सालों तक यह अपनी सेवाएं देता रहेगा?
एक बार लग जाने के बाद सोलर पैनल बिना रुके औसतन 25 साल तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं, ऐसा कंपनियों का दावा है।
Pradhan Mantri Kusum Yojana 2023 की विशेषताएं-
- कुसुम योजना के तहत सरकार अगले 10 सालों में 28500 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता उत्पन्न करने के लिए 1.4 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी।
- इसमें केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारें 48- 48 हजार करोड़ का योगदान करेंगे जबकि 45000 करोड बैंक कर्ज़ की मदद से पूरा किया जाएगा।
- सरकार किसानों को योजना के अंतर्गत सब्सिडी के रूप में नियंत्रण संयंत्र की कुल लागत का लगभग 60% हिस्सा प्रदान करेगी जबकि बैंक कर्ज के रूप में 30% हिस्सा प्रदान करेगी,शेष किसानों को भरना होगा।
- योजना के अंतर्गत किसान को सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए कुल लागत की सिर्फ 10% राशि ही खुद से वहन करनी होगी।
- कुसुम योजना के तहत किसान अपनी बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के पश्चात अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेच सकते हैं।
योजना से किसानों को मिलने वाले लाभ तथा संभावित परिणाम-
- इस योजना के लागू होने के पश्चात सौर ऊर्जा को अर्थात अक्षय ऊर्जा को अधिक से अधिक बढ़ावा मिलेगा और डीजल की खपत कम होगी जिससे भारत को बाहरी देशों से पेट्रोलियम आयल नहीं मंगाना पड़ेगा पर था देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ेगा।
- कुसुम योजना किसानों को दो तरह से लाभ देगी एक तो उन्हें सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिलेगी और दूसरा किसान बिजली को भेजकर अपनी आगे बढ़ा सकते हैं।
- भविष्य में कुसुम योजना से कृषि क्षेत्र में बिजली की लगभग सभी प्रकार की समस्याएं खत्म होने की संभावना है, और किसानों को जब सिंचाई की आवश्यकता होगी तब भी सिंचाई करने में सक्षम रहेंगे। अर्थात समय रहते फसल की सिंचाई सुनिश्चित हो सकेगी।
- कुसुम योजना से बंजर भूमि का भी बेहतर उपयोग हो पाएगा।
- किसानों द्वारा उत्पन्न की गई अतिरिक्त बिजली राज्य की वितरण कंपनियों द्वारा खरीदी जाएगी और देश की उभरती हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
दोस्तों आज के लेख में हम निम्नलिखित प्रश्नों पर आधारित जानकारियां प्राप्त करेंगे-
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या है?
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना लोगों के लिए कैसे लाभदायक सिद्ध होगा?
- सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत कैसे मदद दी जा रही है?
- इस योजना द्वारा किसानों के आए पर क्या फर्क पड़ेगा?
- क्या यह योजना किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा?
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना की आवश्यकता क्या है?
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साथियों आपके द्वारा पूछे गए उपरोक्त सभी प्रश्नों के जवाब आज हम जानेंगे-
1.प्रधानमंत्री कुसुम योजना क्या है?
उत्तर-
केंद्र सरकार ने किसानों को उनके खेतों की सिंचाई और बिजली की आवश्यकता की आपूर्ति करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा यह योजना ‘किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महा अभियान’ (कुसुम) शुरू की थी।
किस योजना का उद्देश्य किसानों की फसलों को समय पर सिंचाई के साथ-साथ उन्हें अतिरिक्त आय का साधन उपलब्ध कराना है।
इस योजना की मदद से केंद्र सरकार उन सभी किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है जो अपने खेतों की सिंचाई के लिए सोलर वाटर पंप लगाना चाहते हैं।
भारत सरकार द्वारा बजट सत्र 2018-2019 में ‘किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान अभियान’ (कुसुम) योजना की घोषणा की गई थी।
इस योजना का उद्देश्य सिंचाई में इस्तेमाल होने वाले सभी प्रकार के पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाना है , बिजली और सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसानों को इसकी मदद से राहत पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार गरीब व मध्यम वर्ग के किसानों के लिए सब्सिडी देकर उन्हें इस योजना की मदद से लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है जिससे वह अपनी फसलों के उत्पादन को बढ़ा सकें।
2.यह लोगों के लिए कैसे लाभदायक सिद्ध होगा?
उत्तर-
जब कोई किसान अपनी सिंचाई के लिए सोलर वाटर पंप लगाता है, तो सरकार खर्च का एक बड़ा हिस्सा सब्सिडी के रूप में देगी।
जब यह योजना शुरू की गई थी, तब लक्ष्य था कि किसानों को 27.5 लाख सौर जल पंप वितरित किए जाएंगे।
तथा 17.5 लाख ऐसे किसानों की पहचान की जाएगी जिनके गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची है, इससे आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को लाभ पहुचने में में मदद मिलेगी।
इस योजना के अंतर्गत यह प्रावधान किया गया है कि सिंचाई के अलावा किसान द्वारा उत्पादित समस्त बिजली को सरकार या सरकार द्वारा अधिकृत कंपनी को उसकी बिजली ग्रिड के माध्यम से बेचा जा सकता है।
इससे ₹60000 की अतिरिक्त आय उत्पन्न होगी जो किसानों के लिए अतिरिक्त आय का एक बड़ा स्रोत बनेगा और किसानों की आय बढ़ाने में भी मदद करेगा।
10 लाख सोलर वाटर पंप ऐसी जगहों पर लगाए जाएंगे जहां ग्रिड पहले से उपलब्ध है यानी उस जगह पर बिजली पहुंचाई जा चुकी है।
3.सरकार द्वारा कुसुम योजना के अंतर्गत किसान को कैसे मदद दी जा रही है?
उत्तर-
इस योजना के लिए सबसे पहले ऐसे किसानों की पहचान की जाएगी जो अभी भी अपने खेतों की सिंचाई के लिए डीजल पर निर्भर हैं, इससे उनकी डीजल पर निर्भरता कम होगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और समय पर सिंचाई संभव हो सकेगी।
इस योजना में कुल 1.40 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 48000 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 48000 करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी,लगभग 45000 करोड़ रुपये के ऋण की व्यवस्था नाबार्ड द्वारा की जाएगी और शेष 10% किसानों द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा।
कर्ज चुकाने के लिए किसान बिजली बेचकर ग्रिड से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कर सकता है।जिसकी अवधि अधिकतम 7 साल तक रखी गई है।
4.इससे किसानों के आए पर क्या फर्क पड़ेगा?
उत्तर-
जानकारी के अनुसार अभी तक किसान को 3.5 वॉट का सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार द्वारा 10% की सब्सिडी दी जाती थी, जल पंप लगाने के लिए उसे अपनी जेब से लगभग 2.5 लाख रुपये खर्च करने पड़ते थे।
लेकिन अब इस योजना के लागू होने के बाद किसान को 3:30 KW सोलर पैनल लगाने के लिए किसान को अपनी जेब से केवल ₹40000 खर्च करने होंगे, यह योजना ऐसे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होगी जिनके खेत अनउपयोगी हैंवे ग्रिड को बिजली की बेच करके अच्छी आय उत्पन्न कर सकते हैं।
ऐसे किसान जिनकी जमीन बंजर या बंजर है, वे अपनी जमीन किराए पर देकर और उस पर सोलर पैनल लगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
कुल मिलाकर यह योजना किसानों की आय बढ़ाने में काफी मदद करेगी, किसान समृद्ध होगा, जिससे फसल की पैदावार भी बढ़ेगी और देश फसल का निर्यात करेगा और अच्छी विदेशी मुद्रा अर्जित कर सकेगा।
5. क्या यह लोगों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा?
उत्तर-
जी हां,पहले चरण में, सरकार ने 2,700,000 से अधिक किसानों को सौर जल पंप वितरित करने का लक्ष्य रखा है, जिससे कुल लगभग 28 मेगावाट बिजली पैदा होगी और वातावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा।
देश के दूर-दराज के गांवों में, जो अभी तक बिजली ग्रिड के माध्यम से नहीं पहुंचे हैं, वहां भी बिजली की पहुंच होगी, जिससे वहां के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा,और किसान अपनी बिजली की जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर होगा, ताकि किसान खुद को समृद्ध कर सके।योजना के तहत आवेदन के 90 दिनों के भीतर किसान के घर में सोलर वाटर पंप लगाने का प्रावधान किया गया है।
6.प्रधानमंत्री कुसुम योजना की आवश्यकता क्या है?
उत्तर-
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज की आधुनिक दुनिया अक्षय ऊर्जा की ओर बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और सरकार ‘वन नेशन’, ‘वन ग्रिड’, ‘वन फ्रीक्वेंसी’ और सोलर बैंक जैसी परियोजनाओं पर भी विचार कर रही है।
दुनिया के कई छोटे और बड़े देश जैसे अमेरिका, रूस, चीन, भारत, यूके, ऑस्ट्रेलिया आदि सभी विश्व स्तर पर अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं। इसके लिए सरकार ने एक लक्ष्य निर्धारित किया है, जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है और यह भी जरूरी है कि किसानों को नए आविष्कारों से जोड़ा जाए.
इसी कड़ी में सरकार की ओर से किसानों को इस दिशा में ले जाने के लिए कुछ योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसकी चर्चा इन दिनों किसानों के बीच भी हो रही है, इन योजनाओं को केंद्र सरकार भी चला रही है।
राज्य सरकार भी इस योजना को अपने स्तर पर आगे ले जाने के लिए कुछ आर्थिक मदद देकर किसानों को इससे जोड़ने का प्रयास कर रही है।
कुसुम योजना के लिए आवेदन कैसे करना है?
उत्तर-
किसान भाई ज्यादा जानकारी के लिए https://www.mnre.gov.in/ विजिट कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए-
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- किसान होने का प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट
- जमीन का विवरण
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मूल निवास
प्रधानमंत्री किसान योजना से किसानों को लाभ-
- इससे किसानों की अतिरिक्त आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- सोलर पैनल एक बार लग जाने के बाद यह करीब 25 साल तक चलेगा यानी 25 साल तक किसान को अपनी जेब से कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
- इस योजना का लाभ लेने वाले किसानों को अपनी जेब से सिर्फ 10% ही खर्च करना होगा।
- सोलर पैनल पर्यावरण को बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, ये पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
- सोलर वाटर पंप की मदद से किसान को समय पर पानी की आपूर्ति की जाएगी, जिससे उसकी उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इस योजना की सहायता से जब तक फसल किसान के खेत में रहेगी, तब तक वह अपनी फसल की सिंचाई करेगा, इसके अलावा जब खेत खाली होंगे तब इस अवधि के दौरान उत्पन्न अतिरिक्त बिजली पावर ग्रिड के माध्यम से किसान सरकार द्वारा अधिकृत कंपनी को बेच सकते हैं या सरकार सीधे खरीद सकती है और पैसा सीधे किसान के खाते में जमा कर सकती है।
- योजना की मदद से उन दूरदराज के इलाकों तक बिजली पहुंचना आसान होगा जहां अब तक बिजली नहीं पहुंची है।
- किसान अपनी जरूरत की बिजली के लिए सरकार या किसी बिजली कंपनी पर निर्भर नहीं रहेगा, जिससे उसका काम समय पर हो सके।
- सौर मोटर पंप की दक्षता बहुत अधिक है, इसलिए एक बार सरकार किसान के साथ मिलकर निवेश करती है, तो यह लंबे समय में किसान के लिए फायदेमंद साबित होगी।
प्रधानमंत्री-कुसुम योजना राज्य सरकार के विभागों द्वारा क्रियान्वित की जा रही है।
योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की आधिकारिक वेबसाइट www.mnre.gov.in पर जाएं या टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 डायल करें।
यदि आप यूपी के निवासी हैं तो यहां क्लिक करके अप्लाई करें APPLY HERE
कुछ अन्य राज्यों के लिए निचे लिंक दिया गया है-
राज्य का नाम | रजिस्ट्रेशन फॉर्म लिंक |
राजस्थान | यहां क्लिक करें |
मध्य प्रदेश | यहां क्लिक करें |
हरियाणा | यहां क्लिक करें |
पंजाब | यहां क्लिक करें |
**किसान भाइयों को सलाह है कि आजकल पीएम कुसुम योजना के नाम पर खूब ठगी की जा रही है, इसलिए कोई भी जानकारी लेने के लिए किसान भाई सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप जानकारी प्राप्त करें।प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लिए फोन करके पैसा जमा करने के लिए कहा जाए तो ऐसे ठगों से बचने की कोशिश करें।
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हम उम्मीद करते हैं दोस्तों के आज के लेख में आपको बहुत सारी जानकारियां मिली होगी। यदि आप किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं हम अगला लेख उस विषय पर लिखने का प्रयास करेंगे।
धन्यवाद