श्रमिक भरण पोषण योजना रजिस्ट्रेशन 2023 (UP Shramik Bharan Poshan Yojana 2023): नमस्कार दोस्तों , स्वागत हैं आज आपका अपना हिंदी ब्लॉग Pmallyojana.com में। आज मैं इस आर्टिकल के माध्यम से बात करूँगा UP Shramik Bharan Poshan Yojana 2023 के बारे में। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा था। ऐसे में राज्य के मजदूर अपना भरण-पोषण नहीं कर पा रहे थे। ऐसे सभी कामगारों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण-पोषण योजना शुरू की गई थी। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को खुद को बनाए रखने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती हैं।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इस योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने जा रहे हैं। जैसे कि उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना क्या है?, इसके लाभ, विशेषताएं, उद्देश्य, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। तो दोस्तों अगर आप उत्तर प्रदेश श्रमिक रखरखाव योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप से अनुरोध है कि हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ने का कष्ट करें।
उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि लॉकडाउन की स्थिति में सभी श्रमिकों के लिए अपना गुजारा करना मुश्किल है। इसलिए उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गई है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को ₹1000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। साथ ही उत्तर प्रदेश के मजदूरों को खाद के पैसे से भी मदद मुहैया कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश श्रमिक अनुरक्षण योजना के माध्यम से प्रत्येक पंजीकृत मजदूर, नाविक, रिक्शा एवं ट्राली चालक, ठेला, खोमचा, रेहड़ी-पटरी वाले, पल्लेदार, हलवाई, दिहाड़ी मजदूर आदि आवेदन कर सकते हैं।
- यह राशि सीधे लाभार्थी के खाते में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से भेजी जाएगी। इसके अलावा सरकार ने अंत्योदय और पात्र घरेलू कार्डधारकों को मुफ्त अनाज देने की भी घोषणा की है।
- वे सभी कार्डधारक जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, वे भी प्राथमिकता के आधार पर कार्ड बनवाकर राशन प्राप्त कर सकते हैं।
डेढ़ करोड़ श्रमिकों के बैंक अकाउंट में भेजी गई राशि
योजना के प्रथम चरण के तहत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 3 जनवरी 2022 को राज्य के डेढ़ करोड़ असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को ‘रखरखाव भत्ता’ प्रदान किया जाएगा। यह भत्ता ₹1000 का होगा। प्रत्येक श्रमिक के खाते में ₹1000 की राशि ट्रांसफर की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता देने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत ₹2000 की राशि दी जाती है। यह राशि ₹1000 की 2 किस्तों में उपलब्ध कराई जाती है।
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वर्तमान में कुल पंजीकृत कर्मकारों की संख्या 5 करोड़ 90 लाख 8 हजार 745 है। जिसमें से असंगठित कामगारों की संख्या 38160725 और बीओसीडब्ल्यू बोर्ड के तहत पंजीकृत श्रमिकों की कुल संख्या 12748020 है। पहले चरण में डेढ़ करोड़ श्रमिकों के खाते में भत्ते की राशि हस्तांतरित की जाएगी। इस योजना का लाभ केवल असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को ही मिलेगा। इसके अलावा इस योजना का लाभ वही श्रमिक प्राप्त कर सकेंगे, जिन्होंने 31 दिसंबर 2021 तक सामाजिक सुरक्षा बोर्ड में पंजीकरण कराया है।
UP Shramik Bharan Poshan Yojana 2023 Highlights
योजना का नाम | यूपी श्रमिक भरण पोषण योजना ( मजूदर भत्ता योजना ) |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
सम्बंधित विभाग | श्रम विभाग |
किसके द्वारा शुरू की गयी | सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा |
उद्देश्य | सभी मजदूरों को आर्थिक सहायता प्रदान कराना |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के श्रमिक/मजदुर |
आवेदन मोड़ | ऑनलाइन /ऑफलाइन |
वर्ष | 2023 |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://uplabour.gov.in |
उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण-पोषण भत्ता के लाभार्थी
- रिक्शा चालक
- पटरी व्यवसायियों
- निर्माण श्रमिकों
- अंत्योदय श्रेणी के लोगों
- स्ट्रीट वेंडर
- पल्लेदार
- सड़क किनारे रेडी खोमचा लगाने वाले
- रिक्शा और ठेला चालक
- नाई
- धोबी
- दर्जी
- मोची
- फल और सब्जी विक्रेता
- दिहाड़ी मजदूर
- हलवाई आदि
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को कितना भत्ता प्रदान किया जाएगा ?
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के सभी पंजीकृत कामगारों को ₹2000 का ‘रखरखाव भत्ता’ देने का निर्णय लिया गया है। यह भत्ता ₹1000-:₹1000 की दो किश्तों में दिया जाएगा। इस संबंध में सरकार की ओर से श्रम विभाग की ओर से जारी भी किया गया है। वे सभी श्रमिक जिनका 31 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश असंगठित श्रमिक सामाजिक सुरक्षा बोर्ड में पंजीकरण होगा, उन्हें यह राशि उपलब्ध कराई जाएगी। जनवरी में भत्ते की पहली किस्त देने की तैयारी की जा रही है।
यह किस्त उत्तर प्रदेश असंगठित कामगार सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इस भत्ते की घोषणा सरकार की ओर से शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में पेश चालू वित्त वर्ष के दूसरे अनुपूरक बजट के दौरान की गई. जिसके लिए सरकार की ओर से 4000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
योगी श्रमिक भरण पोषण योजना का उद्देश्य
जैसा कि आप जानते हैं कि जब से पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मच गया है, जिससे लोग काफी डरे हुए हैं, जिससे मजदूर अपने काम पर नहीं जा पा रहे हैं, जिसके कारण पैसे नहीं हैं। जरूरतों को पूरा न कर पाने और कोरोना वायरस के चलते मंदी की आशंका भी नजर आ रही है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने यह उत्तर प्रदेश श्रम भत्ता योजना शुरू की है, इस योजना के माध्यम से दिहाड़ी मजदूर एवं निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
मजदूर भत्ता योजना का लाभ
- इस योजना के तहत, राज्य के गरीब दिहाड़ी मजदूरों और निर्माण श्रमिकों (रिक्शा वाले, फेरीवाले, रेहड़ी-पटरी वाले, फेरीवाले, निर्माण श्रमिक) को यूपी सरकार द्वारा 1000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के 35 लाख मजदूरों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के बीपीएल परिवारों को सरकार 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल मुफ्त देगी। ये लोगों को पीडीएस केंद्रों से दिए जाएंगे।
- उत्तर प्रदेश मजदूर भत्ता योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को ही प्रदान किया जायेगा।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हमने प्रदेश में आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं. इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, चुनौतियों से लड़ने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि मजदूरों, फेरीवालों आदि को तत्काल राशन उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है।
- उत्तर प्रदेश मजदूर भट्टा योजना में उन मजदूरों को लिया जा रहा है जो श्रम विभाग, नगरीय विकास एवं ग्राम सभा में पंजीकृत हैं।
- इस योजना के तहत दिए जाने वाले लाभ को सरकार द्वारा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित किया जाएगा। इसलिए आवेदक के पास बैंक खाता होना जरुरी है और बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक किया होना चाहिए।
श्रमिक भरण पोषण योजना 2023 की पात्रता
- श्रम विभाग, शहरी विकास और ग्राम सभा में पंजीकृत श्रमिकों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी हो। - यदि आपके पास किसी श्रम विभाग, शहरी विकास या ग्राम सभा से कोई पंजीकृत प्रमाण पत्र या दस्तावेज नहीं है तो आपको भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करे ?
राज्य के इच्छुक लाभार्थी जो सरकार द्वारा श्रमिक भरण पोषण योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए तरीके का पालन करें और योजना का लाभ उठाएं।
- सबसे पहले आवेदक को श्रम विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- इस पेज पर आपको लॉगिन फोम दिखाई देगा, आपको इस लॉगिन में नीचे ‘Registration Now‘ का विकल्प दिखाई देगा, इस विकल्प पर आपको क्लिक करना है।
- विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, इस पेज पर आपको ‘सदस्य पंजीकरण‘ सेक्शन के तहत “नया पंजीकरण” टैब पर क्लिक करना होगा।
- फिर आपको निवेश मित्र पोर्टल पर भेज दिया जाएगा। इस पृष्ठ पर, यूपी योगी मजदूर भट्टा योजना ऑनलाइन आवेदन पत्र खोलने के लिए ‘उद्यमी लॉगिन’ अनुभाग के तहत “यहां रजिस्टर करें” लिंक पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा, आपको इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियां जैसे नाम, मोबाइल, आधार नंबर आदि भरनी होंगी।
- सारी जानकारी भरने के बाद आपको Register के बटन पर क्लिक करना है।
- दैनिक मजदूरी जीवन यापन सूचना प्रपत्र पीडीएफ
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श्रमिक भरण पोषण योजना 2023 से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
उत्तर प्रदेश अनुरक्षण योजना में किन उम्मीदवारों को मिलेगा लाभ ?
उत्तर प्रदेश भरण-पोषण योजना के तहत जो लोग दैनिक मजदूरी करते हैं, उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाएगी, जैसे कि श्रमिक, रिक्शा चालक, मोची, निर्माण श्रमिक आदि को इस योजना का लाभ मिलेगा।
यूपी सरकार ने क्यों शुरू की मजदूर भट्टा योजना?
कोविड-19 संक्रमण के चलते देश में कई लोग बेरोजगारी के शिकार हो गए, जिसमें से रोजी-रोटी कमाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को ज्यादा नुकसान हुआ है, ऐसे में इन लोगों को यूपी सरकार ने श्रम भत्ता दिया है. योजना शुरू की है।
मजदूर भत्ता योजना का लाभ कौन ले सकता है?
जिन उम्मीदवारों का नाम श्रम विभाग, ग्राम सभा, नगरीय विकास में होगा, वे पहले से ही पंजीकृत होंगे, उन्हें मजदूर भत्ता योजना का लाभ मिलेगा।
उम्मीदवार इस योजना का लाभ लेने के लिए किस मोड में आवेदन कर सकते हैं?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन मोड में आवेदन करने के लिए क्या करना चाहिए?
अगर आप ऑफलाइन मोड में आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी नगर निगम कार्यालय जाना होगा। आप वहां से आवेदन फॉर्म लेकर आवेदन कर सकते हैं।
मजदूर भत्ता योजना में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
मजदूर भट्टा योजना में ऑनलाइन आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया हमने आपको अपने इस लेख में दी है, आप दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश श्रम विभाग से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर क्या है?
अगर आपको इस योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए या फिर आपको कोई समस्या है तो आप नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर - 1800-1805412