Old Pension Scheme vs New Pension Scheme: पुरानी स्कीम या नई स्कीम! कौन सी पेंशन स्कीम से आपको ज्यादा लाभ मिलेगा?

Pension Scheme: सरकारी क्षेत्र में काम करने का एक फायदा यह है कि आपको सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन मिलती है।  यह पेंशन आपके जीवित रहने तक जारी रहती है।  जैसा कि हम अगर पेंशन की बात करते हैं तो हमें Old Pension Scheme और New Pension Scheme के बीच अंतर पता होना चाहिए।  दोनों पेंशन योजना के अंदर ऐसे कई सारे योजना मौजूद है जो कि आपको अलग-अलग फायदे देते हैं। इसलिए आपको यह जानना आवश्यक है कि कौन से पेंशन योजना आपके लिए बेहतर है और आप किस में ज्यादा कंफर्टेबल रहेंगे। 

आज हम इस जानकारी में आपके लिए लेकर आए हैं पुराने पेंशन योजना और नई पेंशन योजना के बीच एक छोटा सा अंतर जिससे आपको यह पता चल सके कि आपके लिए कौन सा पेंशन योजना ज्यादा बेहतर होगा। नीचे हमने दोनों के बीच एक संक्षिप्त विवरण के साथ दोनों का ही अंतर विस्तार से बताया है। अगर आप भी यह जानना चाहते हैं तो फिर इस जानकारी को जरूर अंत तक पढ़ना।

पुरानी पेंशन योजना क्या है (What is Old Pension Scheme)

भारत में पेंशन योजना 1950 में शुरू की गई थी और यह हमेशा देश में केवल सरकारी कर्मचारियों पर ही लागू होती है।  OPS Old Pension Scheme के तहत, सरकारी कर्मचारियों को उनके अंतिम आहरित मूल वेतन का 50% मिलता है।  इन्हें महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) भी मिलता है। सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें यह सब प्रदान किया जाता है।  यह योजना गारंटीशुदा आय के साथ आती है।  हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने के लिए कर्मचारी को कम से कम 10 साल तक काम करना होगा।

कुछ Old Pension Scheme है

  • Central Government Old Pension Scheme (CGOPS)
  • State Government Old Pension Scheme (SGOGS)
  • Public Sector Undertakings Old Pension Scheme (PSUOPS)
  • Local Bodies Old Pension Scheme (LBOPS)
  • Private Sector Old Pension Scheme (PSOP)

इन योजनाओं के तहत, कर्मचारियों को रिटायर होने के बाद उनके अंतिम वेतन का 50% तक पेंशन के रूप में मिलता है। पेंशन की राशि में महंगाई भत्ता भी शामिल होता है।

नई पेंशन योजना क्या है (What is New Pension Scheme)

नई पेंशन योजना जिसे NPS भी कहा जाता है, 2003 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार द्वारा शुरू की गई थी।  हालाँकि यह 2004 में लागू हुआ। नई पेंशन योजना सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है।  इस योजना के तहत, कर्मचारी अगर अपने मूल वेतन का 10% योगदान करते है, तो फिर 14% नियोक्ता द्वारा योगदान दिया जाता है।

प्राइवेट क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी भी नई पेंशन योजना में भाग ले सकते हैं।  जब आप इस योजना में योगदान करते हैं, तो आपको अपने भविष्य के लिए अधिक स्वतंत्रता और नियंत्रण मिलता है।  आप बाजार से जुड़े रिटर्न से लाभ उठा सकेंगे।  इसके अलावा, मैच्योरिटी पर आपको मिलने वाला 60% लाभ कर मुक्त होता है जो की आप अपने शेष 40% वार्षिकी में निवेश कर सकते है जो की 100% कर योग्य है।

कुछ New Pension Scheme है

  • राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS)
  • अटल पेंशन योजना (APY)
  • प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM)
  • कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)
  • भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)

Old Pension Scheme vs New Pension Scheme – पुरानी स्कीम या नई स्कीम

Old Pension Scheme की नई अपडेट के अनुसार, छत्तीसगढ़ और राजस्थान दो ऐसे राज्य हैं जो नई पेंशन योजना के बजाय पुरानी पेंशन योजना को वापस लेने की घोषणा किया है,  इसका कारण यह है कि नई पेंशन योजना अनिश्चित है, जबकि पुरानी पेंशन योजना अधिक वित्तीय लागत के साथ आती है।

जबकि राज्य उनके सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) लाने की कोशिश कर रहे हैं, जान लेते हैं कि इन दो पेंशन स्कीम के अंदर आखिर अंतर क्या है और आपको कौनसा चुनना चाहिए। नीचे हमने आपके लिए पांच ऐसे डिफरेंट बताए हैं नई पेंशन योजना और पुराने पेंशन योजना के बीच जो कि आपको एक सही योजना चुनने में हेल्प करेगा।

  • टैक्स का बेनिफिट

पुरानी पेंशन योजना के अनुसार, पेंशन राशि कर-मुक्त है। हालाँकि, नई पेंशन योजना के अनुसार, 60% राशि कर मुक्त है, और शेष 40% राशि कर योग्य है यदि इसे वार्षिकी में निवेश किया जाता है।

  • पात्रता

जहां तक पात्रता का सवाल है, केवल सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति ही अपनी सेवा से रिटायर होने के बाद पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। नई पेंशन योजना में 18 वर्ष से 65 वर्ष तक की आयु का कोई भी भारतीय नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकता है।

  • वापसी निश्चितता

पुरानी पेंशन योजना रिटर्न की निश्चितता देती है। यह कर्मचारी को मिलने वाले अंतिम वेतन पर मासिक पेंशन पर आधारित है। नई पेंशन योजना बाजार से जुड़े रिटर्न के साथ आती है और इसकी कोई गारंटी नहीं है।

  • योगदान

पुरानी पेंशन योजना के तहत, मासिक भुगतान लगभग उस वेतन के 50% के बराबर है जो कर्मचारियों ने अपनी सेवानिवृत्ति से पहले आखिरी बार लिया था। नई पेंशन योजना में कर्मचारी अपने वेतन का 10% योगदान करते हैं, और 14% नियोक्ता द्वारा योगदान दिया जाता है।

  • सरल सुविधा

पुरानी पेंशन योजना आपको ज्यादा सरल सुविधा देती है और आपकी मासिक आय निश्चित थी। नई पेंशन योजना के मामले में ऐसा नहीं है। आपके पास अधिक स्वतंत्रता होगी और आप अपने वित्त को नियंत्रित कर सकेंगे। आपके पास अपनी संपत्ति आवंटन चुनने का विकल्प हो सकता है, और यह आपको उच्च रिटर्न उत्पन्न करने और साथ ही एक बड़ा सेवानिवृत्ति कोष बनाने में सक्षम बनाता है।

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कौन सा पेंशन योजना बेहतर है?

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खोज रहे हैं। यदि आप एक ऐसी पेंशन योजना चाहते हैं जिसमें पेंशन की गारंटी हो और रिटायर होने के बाद आपकी आय में कमी न आए, तो पुरानी पेंशन योजना बेहतर विकल्प है। यदि आप एक ऐसी पेंशन योजना चाहते हैं जिसमें आपको बाजार का रिटर्न प्राप्त हो और आप अपनी पेंशन को आसानी से हस्तांतरित कर सकें, तो नई पेंशन योजना बेहतर विकल्प है।

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