Small Savings Schemes Collection: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 की पहली छमाही में छोटी बचत योजनाओं के कलेक्शन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि में, इन योजनाओं में कुल जमा राशि 1.28 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 98,000 करोड़ रुपये थी। यह एक साल में 30% की वृद्धि है।
इस बढ़ोतरी में सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) का सबसे बड़ा योगदान है। इस योजना में जमा राशि 2.5 गुना बढ़कर 26,000 करोड़ रुपये हो गई है। इसके अलावा, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में जमा राशि 15% बढ़कर 61,000 करोड़ रुपये हो गई है। छोटी बचत योजनाओं में निवेश के कई लाभ हैं। इन योजनाओं पर ब्याज दरें आमतौर पर बैंकों द्वारा दिए जाने वाले साधारण बचत खातों से अधिक होती हैं। इसके अलावा, इन योजनाओं में निवेश पर टैक्स लाभ भी मिलता है।
केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजना Senior Citizen Saving Scheme के तहत जमा राशि साल 10 साल करीब 2.5 गुना बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक योजना के तहत बढ़कर कुल कलेक्शन 74675 करोड रुपए हो गया है और यह इस योजना के सबसे हाईएस्ट कलेक्शन है।
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Senior Citizen Saving Scheme में क्या क्या बदलाव आयी है ?
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Saving Scheme) में 1 साल पहले इस अवधि के दौरान कलेक्शन 28715 करोड रुपए थी जो की 160 फ़ीसदी से ज्यादा बढ़ गई है। वही सितंबर तिमाही के दौरान महिला सम्मान बचत सर्टिफिकेट के तहत कुल कलेक्शन 13512 करोड रुपए था और यह योजना मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान ही महिलाओं के लिए लागू किया गया था। यानी आप सोच सकते हैं कि कलेक्शन में कितना ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरकार के इन सभी स्मॉल सेविंग योजना में जितना कलेक्शन की बढ़ोतरी देखने को मिली है उतना कोई सोच भी नहीं था।
ब्याज और निवेश की सीमा में बढ़ोतरी
सीनियर सिटीजन सेविंग योजना (Senior Citizen Saving Scheme) के लिए ब्याज दर है 8.2 फ़ीसदी। क्यूंकि जून तिमाही में यही Senior Citizen Saving Yojana के लिए ब्याज 8 फ़ीसदी से बढ़कर 8.2 फ़ीसदी कर दी गई है और तब से इसे अनचेंज्ड रखा गया है। यानी कि इसमें कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया है। इस साल अप्रैल से बुजुर्गों के लिए योजना में निवेश की सीमा 15 से बड़ा कर 30 लख रुपए कर दी गई है यानी कि अब किसान या फिर कोई भी बुजुर्ग आदमी अपने पेंशन के लिए 15 लाख से अधिक 30 लख रुपए तक निवेश कर सकते हैं।
Small Savings Scheme का ब्याज बढ़ा या नहीं ?
केंद्र सरकार की ओर से अन्य छोटी बचत डरे दिसंबर तिमाही के लिए परिवर्तित रही है हालांकि 5 साल वाली रोड स्कीम के तहत ब्याज 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया गया है। वही पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम के लिए ब्याज दर 7.1% अपरिवर्तित बनी हुई है यानी इसमें कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया। एक अधिकारी के मुताबिक Tax Benefit को लेकर इसके ब्याज को अपरिवर्तित रखा गया है।
जानिए कब से नहीं बढ़ा पीपीएफ का ब्याज ?
2020 साल के अप्रैल के बाद से ही PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड के ब्याज में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। जब इसे घटकर 7.1% कर दिया गया था। वही 2021 के अप्रैल जून महीने में सरकार ने इस 7.1% से घटकर 6.4% करने का प्रस्ताव दिया था हालांकि इस फैसले को एक दिन बाद वापस ले लिया गया है। फिलहाल Public Provident Fund Scheme अभी भी छोटी बचत योजनाओं में सबसे ज्यादा ब्याज देने वाले योजना में से एक है। इसलिए लोग इस योजनाओं को काफी ज्यादा पसंद करते हैं और इसमें निवेश भी करते हैं।
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